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बहुत दिनों के बाद

बहुत दिनों के बाद आज मैं पुन: अपने ब्लोग पर टिप्पणी कर रहा हूँ। विशेष कर हिन्दी भाषा और उसकी क्रियाशीलता के विषय में लोग कहते हैं कि हिन्दी में काम करना बहुत कठिन है जबकि ऐसा बिल्कुल नहीं है। कठिनाई का कारण है जानकारी का अभाव विशेष कर जो लोग आटी. जगत से जूडे हैं वे ही हिन्दी का प्रयोग नहीं कर रहे हैं। मैनें अधिकांश आई.टी. के विद्यार्थियों से जब पूछा क्या वे हिन्दी लिखने में मेरी सहायता कर सकते हैं तो अधिकांश को हिन्दी लिखने की जानकारी ही नहीं है। सरकार से हमारा अनुरोध है कि आई. टी विद्यार्थियों को हिन्दी की जानकारी अनिवार्य करनी चाहिए और परीक्षा बोर्डों को इस पर प्रश्न भी अनिवार्य रूप में पूछना चाहिए। इस प्रकार लोगों को कम्प्युटर द्वारा मातृभाषा में कार्य करने में आसानी होगी तथा इसका प्रचार और स्वीकारीयता भी अपने आप बढ़ जाएगी।

हिन्दी दोस्तों आप आओ साथ

हिन्दी दिवस क्या मनाना? जिस घर में खेत और खलीहान में हिन्दी की होती है खेती प्रतिक्षण प्रतिदिन हिंदी दिवस ही तो मनाते हैं, वे बोले या न बोलें कितनी भी पाश्चात सभ्यता को ढ़ो लें लेखिन फिर भी वे रहेंगे कौए का कौआ ' कितना भी क्रो - क्रो कर लें, फिर भी काँव काँव करने से अपने बच्चों को नहीं रोक सकते इस लिए हे यारों खुश हो कर हिन्दी में बोलों हिन्दी दिवस क्या मनाना ।

चम्पा

चंपा काले काले अक्षर नहीं चीन्हती :- आख़िर चम्पा काले काले अक्षर क्यों नहीं चीन्हती तो फिर कम्प्यूटर पर कैसे काम करेगी, क्या कभी किसी ने इन समस्याओं की ओर ध्यान दिया है? शायद नहीं यदि इस मर्ज की दवा मिल जाय तो सारी बीमारी समाप्त हो जाएगी। तो चलो इसका आज समाधान खोजें।

हिन्दी टाइप करने का सबसे अच्छा औजार कौन सा है---

भाई मै बहुत वर्षो से हिन्दी के ऑफ़ लाइन और आन लाइन पर काम कर रहा हूं परन्तु अभी तक कोइ ऐसा टाईपिंग औजार नहीं मिला जिसका सफलता पूर्वक हर जगह प्रयोग किया जा सके पहले मै शुषा बाद में कृतिदेव पर आफ लाइन में लिखता था बाद में s arvgyजी की कृपा से आई एम ई फोनेटिक की जानकारी हुई तब यह बहुत अच्छा लगा की हिन्दी की समस्या टाईपिंग की समाप्त हो गयी परन्तु जैसे जैसे कार्यों की विविधता बढ़ती जा रही है वैसे यह आई एम ई फोनेटिक अनेक जगह पर नहीं चलता है जैसे विंडो के एक्सअल पर तुंरत अक्सार नहीं दिखाई देता है और ठीक से डाटा इन्टर करना एक समस्या है आज से इनस्क्रिप्ट पर लिखने का प्रयास कर रहा हूँ यदि यह वैज्ञानिका हो और आजीवन के लिए उपयोगी बन जाय तो कितना अच्छा होगा रवि भाई का बहुत बहुत धन्यवाद जिनके कारण हम जैसे गैर-तकनीकी क्षेत्र के लोग भी आन लाइन और आफ लाइन पर कार्य करने की कोशिश कर रहे है। कृपया बताइए क्या कभी कोइ वैज्ञानिका और स्पेल चेकर के साथ कोइ टूल मिलेगा यदि बना हो तो सुझाव दे । क्योंकि हमारे पास केवल विंडो की ही सुविधा है। लिनक्ष्स अच्छा है, ओपन आफिस अच्छा है अनेक लोग बताते है परन्तु यहाँ

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कहानी आप की

मन कहता है मै भी कहानी लिखूं, मगर क्यों बार-बार मन पीछे हो जाता है, शायद देख कर कल की संसदीय कार्यवाही, दिल छोटा हो जाता है। अपनों ने किया अपनों पर आघात न जानें क्यों, शायद रूपया अब भावनावों और नियमों से बलवान हो गया है, पूरा शहर और गांव देख रहा था, निर्लज्जता बलवान हो रही, टूट जा रहा है विश्वास , क्योंकि पैसा भगवान होता जा रहा है।

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