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जनवरी, 2009 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

कुछ हमारी भी सुनों ?

बहुत बहुत है धन्यवाद उनसबका जो करते हिन्दी लेखन में मदद हम सबका आज आई है नई सौगात अब बन गया है क्म्प्युटर अपना भाई कुछ कुछ अब हम भी लिख पढ़ लेते अब नही रही यह तकनीक पराई पर नव विंडो जो है आई उम्मीद नई थी इससे भाई हिन्दी का बहुभाषी आधार मिलेगा पर इसमे रही है अभी भी कमियाँ फोनेटिक का भी टाइप टूल लगाओ बढियां फिर देखो कंप्यूटर पर कैसी होती है हलचल अभी भी है भारत में कंप्यूटर की बहुत बड़ी मार्केट तुम चाहो तो जान लो यह सेक्रेट कर सकते हो मोटा अपना टार्गेट ...... आगे फ़िर .................