तू मेरी




उमा तुम कितनी प्यारी हो
दिल में जीने की उमंग जो भरती
हर रस पर तुम किताना भारी हो
सब लोग समझते हैं जिसको रस
वे सब कितने अज्ञानी हैं
बेरस के पीछे दौड़ रहे
रसवंती घर में बेगानी है
धोओ पोछो साफ करो
रसवंती घर की रानी है
उजस श्रोत जल  का हो तुम
घर बार सींच कर सुफल किया
हर पल रस भरती रहती हो
नदियों में धारा जैसी रहती
खुद बहती हो घर सजती हो
हम सब का संचार हो तुम
तुम कोई और नहीं
मेरे दिल का प्यार हो
उमा तुम कितनी प्यारी हो
अपने घर की रानी हो.  
                                   प्रेम 09/10/11

उमा तुम कितनी प्यारी हो
दिल में जीने की उमंग जो भरती
हर रस पर तुम किताना भारी हो
सब लोग समझते हैं जिसको रस
वे सब कितने अज्ञानी हैं
बेरस के पीछे दौड़ रहे
रसवंती घर में बेगानी है
धोओ पोछो साफ करो
रसवंती घर की रानी है
उजस श्रोत जल  का हो तुम
घर बार सींच कर सुफल किया
हर पल रस भरती रहती हो
नदियों में धारा जैसी रहती
खुद बहती हो घर सजती हो
हम सब का संचार हो तुम
तुम कोई और नहीं
मेरे दिल का प्यार हो
उमा तुम कितनी प्यारी हो
अपने घर की रानी हो. 

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