लगता है ऐसा

क्यों अब लगने लगा, पाकिस्तान की बराबरी करने लगे हम।
पाकिस्तानियों-सा जीवन, जीने लगे हम।
शासन हो गया है वैसा, प्रशासन हो रहा है वैसा।
न्यायपालिका और मीडिया भी वैसी हो गई हमारी।
लगता है पाकिस्तान से आगे निकल जाएंगे हम।
अरबीस्तान या सीरिया बन जाएंगे हम।
हम जीत रहे या हार रहे जानते नहीं हम।

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