श्रीमान वृजेश शर्मा

छन्द
सामने जो है, उसे लोग बुरा कहते हैं.
जिसको देखा ही नहीं उसको खुदा कहते है.

देखना दिल की सदाईं तो नहीं ,
ऐसी खामोसी में खोया कौन है.
ऐ दोस्तों आप ही फरमाओ,
हम बुरे तो इस जग में अच्छा कौन है.

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