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टिप्पणियाँ

  1. आजकल नेताओँ को क्या हो गया है
    कहते कुछ और हैँ और करते कुछ और हैँ
    दिखते कुछ और हैँ और होते कुछ और हैँ
    थूक कर चाटने वाली बात हमारे समझ मे नही आती थी पर आजकल के कई नेताओँ पर बिल्कुल फिट बैठता है
    कल्याण को ही देखि

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