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वसंत में होली उत्सव

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भारत दुनियां का सर्वोत्तम देश  है। जानते हैं क्यों? क्योंकि अभी होली अर्थात वसंतोत्सव का मौसम पूरे भारत में चल रहा है। देश के हजारों लाख नर नारी इस त्योहार का इंतजार करते रहते हैं। जब यह त्योहार मनाया जाता है तो सभी नागरिक रंगों में डूब जाते हैं। पूरे देश में प्रेम और रंग की रंगोेलियां बिछ जाती हैं। क्या स्कूल क्या कॉलेज, क्या बाजार, क्या गांव, शहर सब जगह रंगों का फाग खेलते हुए देख सकते हैं। यह मूलत: भारत का ऐसा त्योहार हैं जिसमें बच्चों से लेकर बूढ़ों तक को रंगीन बना देता है। सब के लिए इस त्योहार में जगह है। जहाँ बालक और किशोर इस रंगबिरंगे त्योहार का रंगात्मक आनंनद में डूबे रहते हैं। वहीं युवा अपने जोड़ों की खोज करते हैं।  गृहस्थ और वृद्ध अपने सपनों को सकार कर के रसों की चसकी लेते हैं। होली अत्यंत सुंदर और पूर्ण वैज्ञानिक  हर्सोल्लास का त्योहर है। देश के अन्य प्रांतों में यह त्योहार बहुत धूम धाम से मनाया जाता है। संपूर्ण उत्तर भारत, गुजरात, महाराष्ट्र और गोवा तो मानों इस त्योहार में रंगों से सराबोर हो जाते हैं। यह त्योहार कर्नाटक और केरल के लोगों नव उत्साह पैदा करता है। तेलंगाना, आं

छोटी छोटी बातें

                        छोटी छोटी बातें   कल अचानक आदि त्य गांव कर के जोड़ों में कुछ हलचल हो गई। बेचारा बेतहासा भाग रहा था कि उसका हाउस प्रथम या द्वितीय रैंक में आ जाय। किंतु कमर के जोड़ों में दूसरे राउंड के दौरान चटकन आई और बाएं पैर की हड्डी सरक गई। बेचारा मैदान में ही चिल्ला कर गिर पड़ा। थोड़ी देर तक किसी को समझ में नहीं आया  कि क्या हुआ? उस दौड़ की समाप्ति पर उसके साथी लड़के दौड़ कर उसके पास गए तो पता चला उसको बहुत ज् याद पीड़ा हो रही है। यह घटना दिनां क 28 फरवरी 2015 दिन शनिवार की शाम 6.45 की है, जब जवाहर नवो दय विद्यालय काण को ण दक्षिण गोवा में अंतर हाउस एथलेटिक प्रतियोगिता संपन्न हो रही थी। पीटी सर और अन्य अध्यापक सूचना उसके हाउस मास्टर के पास भेज दिया। सूचना प्राचार्य और अन्य संबंधित लोगों  तक भी पहुंची पर क्या हुआ? कौन उसे हास्पिटल ले जाय? नर्स मैडम की जिम्मेदीरी होती है बच्चों के मेडिकल समस्याओं की देख-रेख करना, परंतु वह भी संडे की छुट्टी पर थीं। समस्या गंभीर थी, आप सोच रहे होंगे कि वहां सभी लोग संवेदनहीन हैं पर बात ऐसी नहीं है

वैज्ञानिक और प्रगतिशील कदम : अखिलेश यादव उ.प्र. सरकार

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यूपी की अखिलेश यादव सरकार अंतर जातीय विवाह कर ने वालों को पुरस्कृत कर रही है। यूपी सरकार की योजना के तहत दूसरी जाति से शादी करने वाले लोगों को 50,000 रुपये , एक मेडल तथा एक सर्टिफिकेट देने का प्रावधान है। मेरठ के ऐसे कई जोड़ों को सरकार सम्मानित करने जा रही है।   Uttar Pradesh Akhilesh Yadav government is rewarding those people have done inter caste marriage. Under the plan of Uttar Pradesh government that who will marriage othere caste (race) will be awarded by 50,000 thousand cash, one Medal and a certificate by government side. अरे भाई क्या बात है बेरोजगारी में रोजगार का उपाय  और साथ में समाज सुधार का जश कितान अच्छा है बस।

बोर्डिंग स्कूल का पहला दिन

आज मेरा पहला दिन है। मैं बहुत खुश हूँ क्योंकि मैं न केवल अपने सपने को सफल होता देख रही हूँ। बल्कि आज मैं अपने पापा की नजर में एक होनहार और सबसे अच्छी बेटी बन गई हूँ। मुझे नवो दय विद्यालय की प्रवेश परीक्षा पास करने की उतनी खुशी नहीं है जितनी की मेरे परिवार को है। शायद मेरे पालकों को मेरी सफलता में ही खुशी मिलती है। छोड़ो...... इन ... बातों को.......। ऐसा ही मैं सोच रही थी जब नवोदय विद्याल में पढ़ने हेतु पहली बार आई थी। स भी छः में आए लड़के लड़कियाँ रो रहे थे किंतु मुझे ज्यादा गम नहीं था। रात को सदना ध्यापिका ने हम सभी छठवीं के लड़कियों को बेड दिए और सदन में रहने के नियम- कानू न बताए। बहुत अच्छी थीं मैडम। सभी बच्चों की बातें बहुत प्यार से सुनतीं और तुरंत हमारी कोई भी उठी जिज्ञासा शांत कर देतीं, हमारी परेशानी का समाधान कर देतीं। सदनाध्यापिका ने कहा- पढ़ाई मजे से करो, खेलने में मजे करो, रहने में मजा करो, खुब मजा करो! पर ध्यान रहे, नियमों का पालन करना और दूसरों को कष्ट मत देना। अंजली बोली बस! इतना ही, मैंने सुना था बहुत कठिन होता है हॉस्टलों

सारा की मुहब्बत

कहानी                                                              गोवा के काण को ण तालुका में एक परिवार रहता था, जिसमें तीन सदस्य थे। सबीह अली उसकी बेगम सारा और सारा की बहन सबी। सारा और सबी दोनों बहनों की पढ़ाई लिखाई नवोदय में होने के कारण वे खुले बिचारों तथा उच्च संस्कारों से संपन्न थीं। सबीह बंगलूरु से तालीम लिया है। सबीह और सारा के शादी हुए अभी एक महीना ही हुआ है। सबीह सारा तथा साली सबी के साथ रहता है। सारा को पशु-पक्षियों को पालन े का बहुत शौक है, उसने बिल्ली, मुर्गा, मुर्गी और दो कबूतर पाल रखे हैं। वे अहाते में बाड़ा बना रखे हैं जिसमें नीचे मुर्गा, मुर्गी रहते हैं और ऊपर कबूतर ने बसेरा बनाया है। सारा सबेरे और शाम आ कर इन सब को खाना-पानी खिलाती-पिलाती है और उनके साथ अपना कुछ समय बिताती है। एक दिन उसने देखा कि कबूतर कबूतरी एक दूसरे को बहुत प्यार करते हैं, साथ - साथ गूंटूरगूं करते हैं, साथ में खाते हैं, साथ में पीते हैं, एक ही साथ खेलते और नाचते हैं। कबूतरों और उनके प्रेम को देखकर सारा को बहुत मजा आता वह अपनी बहन को इस पवित्र प्रेम को बताती और दिखा

प्यारा कानकोण

नदियों के किनारे लहरों की गूंज पर्वतों के रंग में दिखे श्यामल कुंज मोहक है जो यहां न्यारा वह है कानकोण प्यारा। गूंज उठता है आसमान, बदल जाता है नजारा पावस ऋतु में, पंछियों के झुंड में खिलता है श्याम सा सार ा वह है कानकोण प्यारा। गरमी में तपती धूप करे सबको हैरान सावन के आगमन का, जहां करे रत्नाकर एलान वह है कानकोण प्यारा। ठंडी लाती है अपने संग जहां क्रिसमस की धमाल मस्ती मनचाही खुंशियां, रंग विरंगी संसार वह है कानकोण प्यारा। नारियल काजू से भरा यह जहां है बेमिसाल नेति नेति से बना रिश्ता अप्रकट वह है कानकोण प्यारा। आओ देखो, घूमों यह सुंदर जहां निराला सुशील मनमोहक, प्रकृति की गोद का प्यारा वह है कानकोण हमारा।  रचित: संतोष कुमार यादव दिनांक:25/12/2014            ***** 

सुंदर गोवा

आज रात देखा एक सपना गोवा हमारा बहुत सुंदर है। समुंदर के किनारे बसी छोटी सी नगरी जिसमें गाँव का रस शहर का सुख और महानगर की सुविधाएँ है। इसीलिए हम इसे इस देश का सुंदरतम प्रदेश कहते हैं। आओ चलें गोवा देखें उसकी शान मस्ती, रेत और लहरों का मस्ताना उतार - चढ़ाव बीचों और मंदिरों की शान गोवा है, इसलिए हम सबकी जान।